हिंदी शिक्षण पारंगत
हिंदी शिक्षण पारंगत (बी.एड.स्तरीय)
हाईस्कूल और हायर सेकेण्ड्री स्कूलों के लिए योग्य हिंदी अध्यापकों को तैयार करने के उद्देश्य से संस्थान द्वारा हिंदी शिक्षण पारंगत (बी.एड.स्तरीय) पाठ्यक्रम संचालित किया जाता है। इस पाठ्यक्रम के द्वारा द्वितीय भाषा के रूप में हिंदी शिक्षण की नवीनतम तकनीकों में अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाता है।
प्रवेश योग्यताएँ
बी.ए. (हिदीं, एक मुख्य वैकल्पिक विषय के साथ) बी.ए. (किसी भी विषय के साथ) और बी.ए. के समकक्ष भारत सरकार या विश्वविद्यालयों द्वार मान्यता प्राप्त कोई हिंदी-उपाधि (डिग्री)।
पाठ्यक्रमों की रूपरेखा
हिंदी शिक्षण पारंगत पाठ्यक्रम की सैद्धांतिक परीक्षा 700/800 अंकों के सात प्रश्न-पत्रों में और 300 अंकों की प्रायोगिक परीक्षा प्रायोगिक कार्य के द्वारा संपन्न होती है।
प्रश्न-पत्र तथा अंक वितरण
- सैद्धांतिक खंड - 700/800 अंक
1. शिक्षा सिद्धांत, शैक्षिक प्रशासन एवं प्रबंधन 80+10+10=100
2. शिक्षा, मनोविज्ञान और भारतीय शिक्षा: इतिहास और समस्याएँ 80+10+10=100=100
3.भाषा शिक्षण की विधियाँ 80+10+10=100=100
4. भाषाविज्ञान 80+10+10=100=100
5. हिंदी संरचना और भाषा तुलना प्रविधि 80+10+10=100=100
6. भाषा परिमार्जन 50+30+10+10=100
7. हिंदी साहित्य 80+10+10=100
8. अतिरिक्त : एक प्रश्न-पत्र
प्रांतीय आवश्यकता के अनुसार द्वितीय शिक्षण प्रविधि(केवल भाषाएँ) 80+10+10=100
- प्रायोगिक खंड : शिक्षण कार्य एवं अन्य गतिविधियाँ - 300 अंक
1. बाह्य परीक्षा (कौशल + साहित्य) 75+75=150
2. आंतरिक परीक्षा (कौशल + साहित्य) 75+75=150
- नोट- प्रश्न-पत्र 1-5 तथा 7 में 80 अंक वार्षिक परीक्षा के लिए हैं और 10+10 अंक दो आंतरिक परीक्षाओं के लिए हैं।